PC: Zeenews
गरुड़ पुराण, जिसे 18 महापुराणों में विशेष स्थान दिया गया है, में मृत्यु के बाद की यात्रा, कर्मों के फल, स्वर्ग-नरक की अवधारणा आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। गरुड़ पुराण के अनुसार अगर कोई व्यक्ति जीवन में अच्छे कर्म करता है तो वह स्वर्ग में जाता है जबकि, पाप कर्मों से नरक की प्राप्ति होती है। इस ग्रंथ में कुछ कार्यों का भी उल्लेख है जिन्हें करने से नरक की यातना से बचा जा सकता है और पुण्य प्राप्त किया जा सकता है। इन्ही के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
ये काम करने वालों को नहीं झेलना पड़ता नरक
गरीबों और असहायों की मदद करने, प्याऊ, कुँए तालाब का निर्माण करवाने को बेहद पुण्य का काम माना जाता है। ऐसे लोगों को नरक की यातनाएं नहीं झेलनी पड़ती।
सत्य बोलने वाले, न्यायप्रिय और ईमानदारी से व्यापार करने वाले व्यक्तियों को यमलोक की कठोर यातनाएं नहीं झेलनी पड़तीं।
जो लोग नियमित पूजा-पाठ करते हैं, ब्राह्मणों और गुरुजनों का सम्मान करते हैं, उन्हें मृत्यु के बाद स्वर्ग मिलता है।
मांसाहार और नशे से दूर रहना, अतिथियों का सत्कार करने, पशु पक्षियों पर दया करते हैं उन लोगों पर भगवान प्रसन्न रहते हैं, उन्हें भी नरक की यात्रा नहीं करनी पड़ती.
इसके अलावा पितरों का तर्पण, श्राद्ध और एकादशी व्रत आदि का पालन करते हैं, वे भी नरक के दुखों से बच जाते हैं।
You may also like
मुर्गा-मुर्गी की अनोखी प्रेम कहानी, वीडियो देखकर पिघल जाएगा दिल, जीवन में कभी नहीं खाओगे चिकन
इन 7 रोगों को चुटकी में छूमंतर कर देगा लहसुन, हल्दी और लौंग का यह घरेलु मिश्रण ,पोस्ट को शेयर करना ना भूले
अब मत कहना कि मौत किसी को बता कर नहीं आती, क्योंकि मौत से पहले यमराज भेजते हैं 4 संदेश
बारिश से बाधित दूसरे एकदिनी में इंग्लैंड ने भारत को 8 विकेट से हराया, सीरीज 1-1 से बराबर
राजस्थान: हॉस्टल में छुपे थे लॉरेंस के गुर्ग, थी व्यापारी पर नजर, बड़ी साजिश से पहले चढ़े पुलिस के हत्थे